जयपुर.
राजस्थान में भयमुक्त, निष्पक्ष और भेदभाव रहित चुनाव करवाने के लिए प्रदेश भर में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है। इस सिलसिले में राज्य पुलिस ने अब तक आठ सौ से अधिक अवैध हथियार जब्त किए हैं। साथ ही 1.53 लाख लाइसेंसी हथियार जमा किए गए हैं। चुनाव गतिविधियों के संदर्भ में कार्रवाई के बारे में राजस्थान पुलिस मुख्यालय की ओर से भारत निर्वाचन आयोग को नियमित रूप से रिपोर्ट भी भेजी जा रही है।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त प्रवीण गुप्ता ने बताया कि 16 मार्च को लोकसभा आम चुनाव 2024 का कार्यक्रम घोषित हो गया था। उसके साथ ही आचार संहिता लागू कर दी गई थी। उसके बाद से ही राज्य पुलिस द्वारा अवैध हथियारों और वांछित अपराधियों की धरपकड़, लाइसेंसी हथियारों को जमा करने तथा चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित कर सकने वाले संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान कर उन्हें पाबंद करने की कार्रवाई की जा रही है। इस संबंध में नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, राज्य पुलिस ने अब तक 804 अवैध हथियार, 372 गोलियां, 1,268 किलोग्राम विस्फोटक पदार्थ और सात आईईडी (बम) जब्त किए हैं। एक अवैध हथियार निर्माण फैक्ट्री पर भी छापे की कार्रवाई की गई है। गुप्ता ने बताया कि राज्य पुलिस ने प्रदेश भर में कुल 1,62,777 लाइसेंसशुदा हथियारों में से 1,53,459 को विभिन्न पुलिस थानों में जमा करवाया है। 1,692 हथियार लाइसेंस निरस्त किए गए हैं और 46 हथियारों को जब्त किया गया है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने 36,247 लोगों को अपराध प्रक्रिया संहिता की धाराओं 107, 108, 110 और 151 आदि के तहत पाबंद किया है। इसी प्रकार, 77,108 लोगों को संहिता की उक्त धाराओं के साथ ही 109 और 116(3) धाराओं के तहत पाबंद किया है। इस अवधि में 1,621 लोगों को विभिन्न अपराधों के विषय में नोटिस भी जारी किए हैं।
गुप्ता ने बताया कि राजस्थान पुलिस ने प्रदेश में कुल 1,400 ढाणियों को संवेदनशील आबादी और 4,321 व्यक्तियों को गड़बड़ी फैलाने वाले संदिग्ध लोगों के रूप में चिन्हित किया है। साथ ही, राजस्थान में 229 अन्त:राज्य और 297 अंतर्राज्यीय पुलिस नाके लगाए गए हैं। स्वतंत्र, निष्पक्ष, पारदर्शी और प्रलोभन तथा धन-बल रहित चुनाव के लिए राज्य भर में कुल 3,781 सतर्कता दल भी सक्रिय हैं।
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